: ममता बनर्जी के खास आर. जी. कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष गिरफ्तार

#breaking #kolkata #westbengal #rgkarmedicalcollege #sandeepghosh #news #hindi #hindinews #latestnews #latestupdates

Sandeep Ghosh arrested: ममता बनर्जी के खास आर. जी. कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष गिरफ्तार

Sandeep Ghosh arrested: सीबीआई आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के रेप और मर्डर के अलावा वित्तीय अनियमितताओं की भी जांच कर रही है। सीबीआई ने हाल ही में इस मामले में संदीप घोष के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की थी।

Sandeep Ghosh arrested: ममता बनर्जी के खास आर. जी. कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष गिरफ्तार

केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने आरजी कर हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई ने यह कार्रवाई हॉस्पिटल में वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में की है। इस मामले में सीबीआई ने कुछ दिनों पहले ही एफआईआर दर्ज की थी।कोलकाता का आरजी कर मेडिकल कॉलेज इन दिनों विवादों में घिरा हुआ है। यहां 9 अगस्त को नाइट ड्यूटी के दौरान एक जूनियर डॉक्टर के साथ रेप किया गया था और फिर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस मामले की भी जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है।

केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने संदीप घोष की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि बंगाल के लोग चाहते थे कि गिरफ्तारी हो। मुझे पहले से ही पता था कि सीबीआई आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को गिरफ्तार करेगी।

Sandeep Ghosh arrested: मनी लॉन्ड्रिंग की जांच ईडी करेगी

सीबीआई ने आरजी कर हॉस्पिटल में वित्तीय अनियमितताओं के मामले में जो एफआईआर दर्ज की थी, उसमें संदीप घोष और तीन व्यापारिक संस्थाओं के नाम शामिल हैं। इन तीनों संस्थाओं को कथित वित्तीय घोटाले का लाभार्थी माना जा रहा है।

इस मामले में ईडी भी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच करेगी। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दायर पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) के आधार पर ईडी ईसीआईआर दर्ज करेगी। सीबीआई ने पिछले हफ्ते कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के बाद इस मामले की जांच शुरू की है।

रेप मामले में भी भूमिका पर उठे सवाल

रेप मामले में भी संदीप घोष की भूमिका को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। सीबीआई इस मामले में उनसे कई दिनों से लगातार पूछताछ कर रही है। पूछताछ के दौरान संदीप घोष बार-बार अपने बयान बदल रहे हैं, जिससे जांच एजेंसी उनके बयानों से संतुष्ट नहीं है।