बीजेपी ने गाजीपुर सीट से मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी के ख़िलाफ़ बिल्कुल नए प्रत्याशी पारस नाथ राय को मैदान में उतारा है।
भाजपा ने लंबी जद्दोजहद के बाद गाजीपुर लोकसभा सीट पर सपा के अफजाल अंसारी के खिलाफ 70 वर्षीय पारसनाथ राय को चुनाव मैदान में उतारा है। जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा की इस सीट पर पारसनाथ के नाम की घोषणा चौंकाने वाली है। अभी तक उनके नाम की कहीं चर्चा नहीं थी।
उनको मनोज सिन्हा का करीबी माना जाता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे पारसनाथ अब तक मनोज सिन्हा के चुनावों के संचालक की जिम्मेदारी निभाते रहे हैं। चर्चा में मनोज सिन्हा के बेट अभिनव का नाम भी था, लेकिन परिवारवाद के आरोपों से बचने के लिए उन्हें टिकट नहीं दिया गया।
बलिया और गाजीपुर सीट पर उम्मीदवारों के चयन को लेकर पार्टी में कई बार मंथन हुआ। इन दोनों सीट पर किसी भूमिहार को लड़ाने की संभावना ज्यादा थी। बलिया में वीरेंद्र सिंह मस्त का टिकट काटकर पार्टी भूमिहार चेहरे की तलाश कर रही थी, लेकिन इसके खतरे भी थे। यहां इस फैसले से प्रतिक्रिया हो सकती थी।
ऐसे में बलिया में सिटिंग राजपूत सांसद का टिकट काटकर दूसरे राजपूत राज्यसभा सदस्य नीरज शेखर को लड़ाने का निर्णय होने से गाजीपुर में भूमिहार उम्मीदवार का चुना जाना रणनीतिक दृष्टिकोण से जरूरी विकल्प था। गाजीपुर में अंसारी परिवार के बाहुबल-धनबल के खिलाफ संघ के एक स्वच्छ छवि के कार्यकर्ता को उतारकर भाजपा एक बड़ा संदेश देने की कोशिश कर रही है।
जखनियां क्षेत्र के मनिहारी ब्लाक के ग्राम पंचायत सिखड़ी निवासी पारसनाथ राय का जन्म दो जनवरी 1955 को हुआ था। वह काशी हिंदू विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएट और पीजी कालेज गाजीपुर से बीएड की शिक्षा प्राप्त की है। छात्र जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे पारसनाथ भले ही भाजपा में बहुत सक्रिय नहीं रहे, लेकिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लंबे समय तक जुड़े रहे।
वर्ष 1986 में संघ के जिला कार्यवाह समेत कई पदों पर रह चुके हैं। इस समय जौनपुर के सह विभाग संपर्क स्व प्रमुख तथा क्रय विक्रय सहकारी संघ, जंगीपुर के अध्यक्ष हैं। शबरी महिला महाविद्यालय सिखड़ी, पं. कि मदन मोहन मालवीय इंटर कालेज व विद्या भारती विद्यालय के प्रबंधक भी हैं। उनके बेटे आशुतोष राय भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।
खुद प्रत्याशी पारसनाथ राय भी रह गया हैरान
बीजेपी ने गाजीपुर सीट से मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी के ख़िलाफ़ बिल्कुल नए प्रत्याशी पारस नाथ राय को मैदान में उतारा है। राय के नाम को लेकर हर कोई हैरान है। खुद प्रत्याशी भी रह गया हैरान।
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