Sushil Kumar Modi die: भाजपा के वरिष्ठ नेता ,बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी का निधन,कैंसर से पीड़ित थे

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Sushil Kumar Modi die: भाजपा के वरिष्ठ नेता ,बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी का निधन,कैंसर से पीड़ित थे

Sushil Kumar Modi die: भाजपा के वरिष्ठ नेता ,बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी का निधन,कैंसर से पीड़ित थे

पटना, 13 मई

Sushil Kumar Modi die: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी का सोमवार को निधन हो गया। वह 72 वर्ष के थे. मोदी ने अप्रैल में खुलासा किया था कि वह कैंसर से पीड़ित हैं और अपने खराब स्वास्थ्य के कारण वह 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उनका पार्थिव शरीर मंगलवार को पटना के राजेंद्र नगर इलाके में उनके आवास पर लाया जाएगा और दिन में अंतिम संस्कार किया जाएगा।

पार्टी की राज्य इकाई ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और पूर्व राज्यसभा सांसद श्री सुशील कुमार मोदी के निधन की खबर से भाजपा परिवार को गहरा दुख हुआ है।”

बिहार के कई भाजपा नेताओं और उपमुख्यमंत्रियों ने भी दुख व्यक्त किया और सुशील मोदी के शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। सम्राट चौधरी, बिहार के उपमुख्यमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया “बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं पूर्व राज्यसभा सांसद श्री सुशील कुमार मोदी जी के निधन पर भावभीनी श्रद्धांजलि। यह बिहार बीजेपी के लिए अपूरणीय क्षति है. ओम शांति शांति,”।

बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा “सुशील मोदी जी अब हमारे बीच नहीं रहे। यह पूरे भाजपा परिवार के साथ-साथ मेरे जैसे कार्यकर्ताओं के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्हें उनके संगठन कौशल, प्रशासनिक समझ और सामाजिक राजनीतिक मुद्दों पर उनके गहन ज्ञान के लिए हमेशा याद किया जाएगा। भगवान दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और दुख की इस घड़ी में परिवार को शक्ति प्रदान करें।

राजद नेता तेज प्रताप यादव ने भी ‘एक्स’ पर शोक जताया और कहा, ”सुशील कुमार मोदी अब हमारे बीच नहीं रहे, भगवान दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और दुख की इस घड़ी में परिवार को शक्ति प्रदान करें।”

PM Modi ने भी ‘एक्स’ पर शोक जताया और कहा” पार्टी में अपने मूल्यवान सहयोगी और दशकों से मेरे मित्र रहे सुशील मोदी जी के असामयिक निधन से अत्यंत दुख हुआ है। बिहार में भाजपा के उत्थान और उसकी सफलताओं के पीछे उनका अमूल्य योगदान रहा है। आपातकाल का पुरजोर विरोध करते हुए,

उन्होंने छात्र राजनीति से अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। वे बेहद मेहनती और मिलनसार विधायक के रूप में जाने जाते थे। राजनीति से जुड़े विषयों को लेकर उनकी समझ बहुत गहरी थी। उन्होंने एक प्रशासक के तौर पर भी काफी सराहनीय कार्य किए। जीएसटी पारित होने में उनकी सक्रिय भूमिका सदैव स्मरणीय रहेगी। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं। ओम शांति!