सितंबर में प्याज की कीमतें बढ़ने की संभावना

सितंबर में प्याज (onion) की कीमतें बढ़ने की संभावना सरकार ने 40% निर्यात शुल्क लगाया है

Onion Price: निर्यात शुल्क उन रिपोर्टों के बीच आया है जब सितंबर में प्याज की कीमतें बढ़ने की संभावना है।

सितंबर में प्याज की कीमतें बढ़ने की संभावना
सितंबर में प्याज की कीमतें बढ़ने की संभावना

सरकार ने 19 अगस्त को प्याज की कीमतें वृद्धि को रोकने और घरेलू बाजार में आपूर्ति में सुधार के लिए इसके निर्यात पर 40% शुल्क लगाया। वित्त मंत्रालय ने एक अधिसूचना के माध्यम से 31 दिसंबर, 2023 तक प्याज पर 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगाया।

प्याज की कीमतें भी टमाटर की तरह न बढ़ें

टमाटर की भारी कीमतों से बहुत मुश्किल से छुटकारा पाया गया है। टमाटर की कीमत कम होने लगी है। दिल्ली-एनसीआर में टमाटर की कीमत 40 से 50 रुपये प्रति किलो हो गई है। टमाटर की कीमतों में वृद्धि से सरकार चिंतित हो गई। सरकार ने बड़े कदम उठाए हैं ताकि प्याज की कीमतें भी टमाटर की तरह न बढ़ें। केंद्रीय सराकर ने प्याज की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने और घरेलू बाजार में प्याज की आपूर्ति को बढ़ाने के लिए प्याज के निर्यात पर चालिस प्रतिशत नियार्त शुल्क लगाने का निर्णय लिया है। वित्त मंत्रालय ने 31 दिसंबर, 2023 तक प्याज पर 40% निर्यात शुल्क लगाया है।

प्याज को लेकर सरकार का एक्शन

सरकार ने प्याज की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। सरकार ने तत्काल प्रभाव से प्याज के निर्यात पर 4० प्रतिशत एक्सपोर्ट ड्यूटी शुल्क लगाया। 31 दिसंबर 2023 तक भुगतान जारी रहेगा। वास्तव में प्याज की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। सितंबर में प्याज की कीमतों में भी वृद्धि हो सकती है, ऐसा कई रिपोर्टों ने कहा है।

माना जाता है कि प्याज 50 से 60 रुपये हो सकता है। इन कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने यह कमद बनाया है। नई फसल के आने तक सरकार ने प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए अपने बफर स्टॉक से प्याज को बाजार में उतारने की घोषणा की थी। बाढ़ और भारी बरसात, खराब गुणवत्ता वाले प्याज और टमाटर और अन्य सब्जियों की बढ़ी कीमतों ने प्याज की कीमतों को बढ़ा दिया। गौरतलब है कि सब्जियों और अनाज की कीमतों में तेज वृद्धि के कारण खुदरा मुद्रास्फीति में वृद्धि हुई है। जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति 7.48% हो गई। सरकार को खाने-पीने की वस्तुओं की बढ़ती कीमतों ने चिंता बढ़ा दी है।