पर्यटन के क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में जबकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर हरियाणा में एक ब्रांड एम्बेसेडर की भूमिका निभाते हुए नजर आ रहे हैं। इसी साल की शुरूआत में नववर्ष के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप की यात्रा की और इस दौरान उन्होंने वहां की कुछ त तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर किया जिसमें – वह लाइफ सेफ्टी जैकेट पहने हुए समुद्र में खड़े दिखाई दे रहे हैं।
वहीं हरियाणा में हथिनीकुंड बैराज में वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियों को बढ़ावा देने के मकसद से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी बोट में सवार होकर लाइफ सेफ्टी जैकेट पहने दिखाई दिए।
विशेष बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी – की ओर से इस वर्ष 3 जनवरी को लक्षद्वीप यात्रा की शेयर की गई तस्वीरों के बाद गूगल पर इस छोटे से द्वीप को लाखों लोगों ने सर्च किया और लंबे समय तक यह ट्रैंड होता रहा। विशेष बात यह है कि फिल्म अभिनेता एवं अन्य सैलिब्रिटीज ने भी लोगों से एक बार लक्षद्वीप अवश्य जाने का आह्वान किया तो सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा लक्षद्वीप और मालदीव की तुलना की जाने लगी।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लोग से यह भी आह्वान किया था कि वे डेस्टीनेशन मैरिज का टैंड तो अपनाएं मगर ये विवाह विदेशों की बजाय अपने ही देश में करें क्योंकि हिंदहार की खूबसूरती विश्व के अन्य देशों है, इससे हिंदुस्तान के लोगों का पैसा देश में ही है, इससे और विदेशों में होने वाले आयोजन की तुलना में खर्च भी कम होगा।
प्रधानमंत्री की तरह ही हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी पर्यटन के क्षेत्र में लाजवाब काम किए हैं। 2021 में मोरनी हिल पैराग्लाइडिंग, वाटर स्पोर्ट्स, ट्रैकिंग जैसी गतिविधियां शुरू की गई तो उस दौरान मुख्यमंत्री खुद भी टिक्करताल में बोट चलाते हुए पैराग्लाइडिंग करते हुए नजर आए। इसी तरह मुख्यमंत्री ने पिंजौर में बैलून सवारी शुरू की खुद भी हम पर सवार हुए। हथिनीकुंड यही नहीं, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री दोनों ही पर्यटन के विकास को एडवेंचर एक्टिविटीज को भी स्वयं प्रमोट करते हुए नजर आते हैं।
अब 3 मार्च को मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पहल पर हरियाणा के पुरातत्व विभाग और भारतीय पुरातत्व विभाग के बीच हिसार स्थित अग्रोहा धाम को एक बड़े पुरातात्विक केंद्र के रूप में विकसित करने को लेकर एम.ओ.यू. साइन हुए। इस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ट्वीट करते हुए कहा कि रियाणा को पर्यटन के मानचित्र पर उभारने एवं पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से प्रदेश सरकार निरंतर आगे बढ़ रही है और इस दिशा में एक और कड़ी आज जुड़ गई है।
पर्यटकों की संख्या बढ़ने से लोगों के व्यवसाय में भी हो रहा विस्तार
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की पहल के बाद हरियाणा में पिछले करीब साढ़े 9 वर्षों में पर्यटन के क्षेत्र में अनेक नई योजनाएं लागू की गई हैं। गुरुग्राम में 10 हजार एकड़ में जंगल सफारी बनाने की पहल की गई है तो मोरनी हिल्स को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया है। कुरुक्षेत्र को तीर्थस्थल के रूप में भव्य रूप दिया जा रहा है। सूरजकुंड मेले को भव्य रूप देने के बाद अब पर्यटक भी खूब आने लगे हैं।
विदेशी टिक्करताल के बाद हथिनीकुंड बैराज पर पर्यटकों के लिए वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी के साथ- साथ पहाड़ी वादियों के बीच यमुना नदी में वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियां शुरू की गई हैं तो पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर बैराज पर एक भव्य पार्क बनाया जा रहा है। हथिनीकुंड बैराज पर पानी की अधिकता के कारण कलेसर में 50 मीटर ऊंचा बांध बनाने की योजना है। इस बांध से हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। यह परियोजना 4 प्रदेशों का मिलन बिंदु है।
10 हजार एकड़ में बनेगा दुनिया का सबसे बड़ा जंगल सफारी
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए फरवरी 2022 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर दुबई गए थे जहां उन्होंने शारजाह के क्यूरेटेड सफारी पार्क का अवलोकन किया था। मुख्यमंत्री व उनके साथ गए प्रतिनिधिमंडल ने सफारी पार्क का बड़ी गहनता से निरीक्षण किया और तमाम जानकारियां अर्जित कीं। ऐसा ही सफारी पार्क मुख्यमंत्री खट्टर के प्रयासों की बदौलत हरियाणा के एन.सी.आर. खासकर गुरुग्राम और नूंह जिले की अरावली पर्वतों की श्रृंखला में स्थापित किया जाना है।
हरियाणा में यह पार्क करीब 10 हजार एकड़ क्षेत्र में होगा और खास बात यह है कि अब तक का यह पूरे विश्व में एकमात्र सबसे बड़ा सफारी पार्क होगा। मुख्यमंत्री खट्टर का मानना है कि हरियाणा के एन.सी.आर. क्षेत्र में जंगल सफारी की अपार संभावनाएं हैं। जंगल सफारी योजना के साकार होने के बाद एन.सी.आर. में पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
मोरनी हिल्स में लगातार बढ़ रही है पर्यटकों की संख्या
हरियाणा सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए खूब काम किए। इस कड़ी में प्रदेश के इकलौते पहाड़ी क्षेत्र मोरनी हिल्स को एडवेंचर टूरिज्म का हब बनाने की पहल की गई और यहां लगातार पर्यटकों की संख्या भी बढ़ रही है। इसके अलावा सरकार की ओर से कुरुक्षेत्र में हर वर्ष अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव मनाए जाने की एक अनूठी परम्परा शुरू की गई।
प्रदेश के बदहाल हो गए पर्यटन केंद्रों को सुधारने की दिशा में काम हुआ। राखीगढ़ी में 6 एकड़ में संग्रहालय बनाया गया तो अम्बाला कैंट में 22 एकड़ में शहीदी स्मारक बनाया गया है। सरस्वती विकास बोर्ड के गठन के अलावा पिंजौर में फिल्म सिटी बनाने की शुरूआत की गई। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की पहल के बाद प्रदेश की भौगोलिक स्थिति के अनुसार पर्यटन तंत्र को मजबूत किया जा रहा है 29 सितम्बर 2021 से राज्य में होमस्टे स्कीम शुरू की गई है। गृह स्वामी अब इस योजना के अंतर्गत पर्यटकों और मेहमानों को व्यावसायिक आधार पर कमरों की पेशकश कर सकते हैं।
यमुनानगर में आदिबद्री के विकास हेतु 52 करोड़ रुपए की एक विशेष योजना तैयार की गई है। कालका से कलेसर तक 150 किलोमीटर लंबी नेचर ट्रेन विकसित की जा रही है। मोरनी टिक्करताल से अब 2 नई सड़कें बनाई जाएंगी जो रायपुर रानी में जाकर मिलेंगी। चंडीगढ़ के इर्द-गिर्द रिंग रोड बनाया जाएगा तो पिंजौर में 60 एकड़ में फिल्म सिटी बनाई जाएगी।
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