inside story of Shri Atal Bihari Vajpayee: कार छोड़कर रिक्शे से ही चल दिए थे वाजपेयी

inside story of Shri Atal Bihari Vajpayee: कार छोड़कर रिक्शे से ही चल दिए थे वाजपेयी

inside story of Shri Atal Bihari Vajpayee: कार छोड़कर रिक्शे से ही चल दिए थे वाजपेयी

inside story of Shri Atal Bihari Vajpayee: कार छोड़कर रिक्शे से ही चल दिए थे वाजपेयीउसूलों की राजनीति करने वाले देश के राजनेताओं में एक बड़ा नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी है। उनका सम्मान पार्टी के अंदर और बाहर हमेशा एक जैसा था। मुरादाबाद से जुड़े अतीत के पन्नों में एक प्रसंग बेहद रोचक है।

बात 1998 की है। लोकसभा चुनाव से पहले अटल बिहारी वाजपेयी मुरादाबाद के कंपनीबाग में जनसभा करने आए थे। भाजपा नेता किशन लाल सिक्का समेत कुछ अन्य नेता उनको लेने मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पहुंचे। किसी कारण से कार पहुंचने में कुछ देर हो गई तो वह रिक्शे से ही कार्यक्रम स्थल के लिए निकल पड़े।

जब, उन्हें लेने आए नेताओं ने खेद जताया तो उन्होंने मुस्कुराकर कहा था, कार हमेशा जरूरी नहीं। चलो आज रिक्शे से ही सफर करते हैं। अटल जी के विनोदी स्वभाव से सभी वाकिफ हैं। वह रास्ते भर व्यंग्य- विनोद करते हुए कंपनी बाग पहुंचे। उनकी सादगी उनकी पहचान थी। उन्हें मुरादाबादी दाल भी काफी पसंद थी।

मुरादाबाद से अटल बिहारी का गहरा लगाव रहा। लोग उनके भाषण सुनने को आतुर रहते थे। वह 1998 में जब कंपनीबाग में जनसभा करने आए, उसी साल वह तेरह महीने के लिए प्रधानमंत्री बने थे। यहां तब भाजपा से विजय बंसल चुनाव मैदान में उतरे। बंसल दूसरे नंबर पर र रहे थे। तब चौधरी भूपेंद्र सिंह (वर्तमान में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष) पार्टी के जिलाध्यक्ष थे और उन्होंने ही कार्यक्रम की अध्यक्षता की थी।