Big Scam exposed: जवानों के लिए मीट, मुर्गा और मछली खरीद में 70 लाख का घोटाला - The Chandigarh News
Big Scam exposed: जवानों के लिए मीट, मुर्गा और मछली खरीद में 70 लाख का घोटाला

#bigscamexposed

Big Scam exposed: जवानों के लिए मीट, मुर्गा और मछली खरीद में 70 लाख का घोटाला

Big Scam exposed: भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की देहरादून के सीमाद्वार स्थित आइटीबीपी 23वीं बटालियन में जवानों के लिए मीट, मुर्गा, मछली, अंडे, पनीर, दूध और फलों की खरीद में कुछ अफसरों ने मिलीभगत कर 70 लाख रुपये का घोटाला कर दिया। सीबीआई ने वर्ष 2017 से 2019 के बीच हुए घोटाले पर तत्कालीन कमांडेंट अशोक गुप्ता सहित उपनिरीक्षक सुधीर कुमार, सहायक उपनिरीक्षक अनसूया प्रसाद, मैसर्स आहूजा ट्रेडर्स राजपुर रोड के स्वामी नरेंद्र आहूजा, मैसर्स विनय कुमार ट्रेडर्स हरिद्वार रोड के स्वामी विनय कुमार और मैसर्स नवीन ट्रेडर्स कौलागढ़ के स्वामी नवीन कुमार के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया है।

Big Scam exposed: जवानों के लिए मीट, मुर्गा और मछली खरीद में 70 लाख का घोटाला

आइटीबीपी 23वीं बटालियन के वर्तमान कमांडेंट पीयूष पुष्कर की ओर से सीबीआइ को शिकायत दी गई है। इस मामले में आइटीबीपी के महानिरीक्षक नार्दन फ्रंटियर की ओर से कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए गए। जांच में सामने आया कि बटालियन के अधिकारियों ने चिकन और मछली की खरीद की, जबकि बिल मीट के पास किए। यही नहीं, अधिकारियों की ओर से मीट, मछली, चिकन, अंडे व पनीर के बिलों में कटिंग कर खऱीद को अधिक मात्रा में दिखाया गया।

वर्ष 2017 से 2019 के बीच अशोक गुप्ता यहां कमांडेंट थे, जबकि उनके अधीन उपनिरीक्षक सुधीर कुमार व सहायक उपनिरीक्षक अनसूया प्रसाद तैनात थे। इन तीनों की देखरेख में ही सामान खऱीदा जाता था। मेस मेन्यू में जवानों को सप्ताह में तीन दिन मीट, चिकन, मछली, पनीर व दूध दिया जाता है। इनकी खरीद थोक मूल्य पर छह माह के लिए होती है, लेकिन यह खरीद दैनिक आधार पर की गई।

विभागीय जांच रिपोर्ट के अनुसार, आठ जनवरी-2018 को 96 किलो मछली मंगाई गई थी, जबकि इसकी जगह 126 किलो खरीद दिखाई गई। 26 जनवरी-2018 को 97 किलो चिकन की जगह 127 किलो चिकन की खरीद दिखाई गई। एक अप्रैल-2019 को 35 किलो मछली की जगह 135 किलो, 14 अगस्त-2019 को 126 किलो मीट की जगह 186 किलो और 14 अक्टूबर को 91 किलो मछली की जगह 159 किलो खरीद दिखाई गई है।

घोटाले के मुख्य आरोपित कमांडेंट अशोक कुमार वर्तमान में आइटीबीपी के क्षेत्रीय मुख्यालय पटना (बिहार) में तैनात हैं। आरोपित उपनिरीक्षक सुधीर कुमार आइटीबीपी की 33वीं बटालियन में तैनात हैं, जबकि सहायक उपनिरीक्षक अनसूया प्रसाद सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इसके अलावा आरोपितों में तीन व्यापारी भी शामिल हैं, जो देहरादून के निवासी हैं।

आरोप है कि उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत के प्रथम गांव माणा के पास भारत-चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा की सीमा चौकियों पर तैनात जवानों के लिए कुल 9,784 लीटर हीटिंग तेल (आग तापने के लिए) के एक टैंकर के रिकार्ड में हेराफेरी की गई। वहीं आइटीबीपी की सीमाद्वार स्थित कैंटीन के जवानों के लिए भेजे जाने वाले राशन के सामान में भी हेराफेरी का आरोप है।

Prime Minister Modi meditates at the Swami Vivekananda Rock Memorial Shweta Tiwari Thailand Photo Viral Alia Bhatt rocked a stunning floral Sabyasachi saree for the MET Gala Sofia Ansari New Latest Bold Look महुआ मोइत्रा की चुनाव कैंपेन की बेहतरीन तस्वीरें