कुछ दिनों के दौरान विदेश में बैठे कई खालिस्तानी आतंकी मारे जा रहे है. अब ताज़ा नाम आया है Gurpatwant Singh Pannun का जो अमेरिका में एक्सीडेंट में मारे जाने की खबर आया है.
![Gurpatwant Singh Pannun](https://thechandigarhnews.com/wp-content/uploads/2023/07/Colourful-Fitness-YouTube-Thumbnail-44-1024x576.png)
खालिस्तानी आतंकी Gurpatwant Singh Pannun की अमेरिका में मौत हो गई है. अमेरिकी हाईवे पर उसकी गाड़ी का एक्सीडेंट हुआ जिसमें उसकी जान चली गई. ये पूरा दावा सोशल मीडिया पर किया जा रहा है.गुरुवार सुबह ‘पन्नू’ ने न्यूयार्क से खुद ही अपना एक वीडियो डाल दिया। उसने कहा, मैं यूएन मुख्यालय के बाहर खड़ा हूं…
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दो महीने में कई खालिस्तानी आतंकी (Khalistani Terrorists) मरे जा रहे
बीते दो महीनों के दौरान बहार दूसरे मुल्को में बैठे कई खालिस्तानी आतंकियों की मौत की खबरें आई हैं. आतंकी परमजीत सिंह पंजवार को मई महीने में पाकिस्तान के लाहौर में गोली मार दी गई थी. जबकि जून में अमृतपाल सिंह के गॉड फादर कहे जाने वाले अवतार सिंह खांडा की बर्मिंघम के एक अस्पताल में मौत हो गई थी.
पिछले महीने ही खबर आई थी कि कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक Gurpatwant Singh Pannun निज्जर का करीबी था, ऐसे में निज्जर के मर्डर के बाद पन्नू अंडरग्राउंड हो गया. बताया जाता है कि पन्नू और निज्जर दोनों एक साथ काम कर रहे थे.
जनमत संग्रह अभियान शुरू करने जा रहे थे
जनमत संग्रह अभियान शुरू करने के लिए अन्य देशों के अलावा ऑस्ट्रेलिया भी गए थे. रिपोर्ट के मुताबिक, निज्जर के मारे जाने के बाद गुरपतवंत सिंह पन्नू ने अपना प्रचार बंद कर दिया था. उसने निज्जर के समर्थन में कोई वीडियो या ऑडियो मैसेज तक जारी नहीं किया था.
Gurpatwant Singh Pannun मरे जाने की खबर फर्जी है
पन्नू ने अपने वीडियो जारी कर के कहा जिस किसी को मुझसे मिलना है, वो न्यूयार्क आ जाए। मैं यही पर हूं। पन्नू की मौत की खबर को कैलिफोर्निया में द खालसा टुडे के एडिटर इन चीफ और सीईओ सुक्खी चहल ने गलत बताया था। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा था कि ये महज एक अफवाह है।
संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के बाहर खड़ा है पन्नू
पन्नू ने अपने वीडियो में कहा, कनाडा या ब्रिटेन में जो खालिस्तानी मारे गए हैं, उसके लिए यूएस, यूके और कनाडा के दूतावास अधिकारी जिम्मेदार हैं। उसने दावा किया है कि वह अभी जिंदा है। उसका यह वीडियो 5 जुलाई को बनाया गया है।
संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के बाहर खड़ा पन्नू कह रहा है कि 16 जुलाई को मालटोन ‘कनाडा’ में खालिस्तान के मुद्दे पर वोटिंग होगी। इसके बाद पन्नू ने वोटिंग के दूसरे चरण की भी घोषणा कर दी। उसने कहा, 10 सितंबर को वैंकुवर ‘कनाडा’ में वोट डाले जाएंगे।
पन्नू ने कहा, भारत सरकार, पंजाब में ठीक नहीं कर रही। पंजाब को आजाद कराया जाएगा। साथ ही पन्नू ने खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारतीय राजनयिकों का हाथ होने की बात कही है। ऐसे लोगों को कानूनी तौर पर जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
कौन है Gurpatwant Singh Pannun? Gurpatwant Singh Pannun biography
Gurpatwant Singh Pannun मूल रूप से पंजाब के अमृतसर जिले के गांव खानकोट का रहने वाला है. उसने पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ में ग्रेजुएशन किया. उसके बाद न्यूयॉर्क के टूरो लॉ कॉलेज से मास्टर्स और यूनिवर्सिटी ऑफ हार्टफोर्ड से MBA की डिग्री ली. इसके बाद वो कनाडा चला गया. आरोप है कि वो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद से
पंजाब में खालिस्तानी मुहिम को फिर से जिंदा करने में लग गया. इसी मकसद से उसने ‘सिख फॉर जस्टिस’ (SFJ) की स्थापना की. जो भारत में यह संगठन प्रतिबंधित है. भारत सरकार ने 2019 से इस पर बैन लगा चुकी है.
1 जुलाई 2020 को गुरपतवंत सिंह पन्नू काफी चर्चा में आया था. तब भारत सरकार ने उसे UAPA कानून के तहत आतंकवादी घोषित किया था. जुलाई 2020 में ही पंजाब पुलिस ने अमृतसर और कपूरथला में उसके खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किया था. उसके बाद NIA ने UAPA एक्ट 1967 की धारा 51 ए के तहत अमृतसर स्थित उसकी अचल संपत्तियों की जब्ती का आदेश दिया था.
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