अयोध्या। श्रीरामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद अयोध्या में राम भक्तों की भीड़ बढ़ना तय था। पुलिस के लिए आने वाले कई दिनों तक अभी सुरक्षा-प्रबंधों की कड़ी भी चुनौती है, जिसका पुलिस प्रशासन को पहले से अनुमान भी था। मंगलवार को मंदिर परिसर की ओर उमड़े जनसैलाब को संभालने में पुलिस को एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ा।
मंदिर परिसर में अधिक भीड़ एकत्रित होने से श्रद्धालुओं को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। अयोध्या में राम भक्तों की बढ़ती भीड़ को लेकर इंटरनेट मीडिया पर कुछ भ्रामक संदेश भी प्रसारित हुए, जिससे स्थिति और चुनौतीपूर्ण बन गई। श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर कड़े निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर का स्थलीय निरीक्षक किया और सुरक्षा-प्रबंधों व श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर कड़े निर्देश दिए। कहा कि साधु-संतों व श्रद्धालुओं को सुलभ व सहज दर्शन के साथ ही सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुचारू रूप से सुनिश्चित कराई जाएं। प्रमुख सचिव, गृह संजय प्रसाद व डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार भी अयोध्या पहुंचे और अधीनस्थों के साथ मिलकर मोर्चा संभाला। प्रशांत कुमार का दावा है कि अयोध्या में स्थिति पूरी तरह से सामान्य है। शरारती तत्वों पर भी कड़ी नजर उन्होंने बताया कि मंगलवार को देर शाम तक पांच लाख श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए। 26 जनवरी तक पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट है। सभी जिलों में संदिग्धों व शरारती तत्वों पर भी कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
अयोध्या में 23 जनवरी की सुबह से आने वाले कुछ दिनों तक राम भक्तों की अप्रत्याशित भीड़ जुटाने की स्थिति को देखते हुए आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की टीम भी अभी मुस्तैद है। बाहर से आए श्रद्धालु डीजीपी मुख्यालय स्तर से अतिरिक्त अधिकारियों के अलावा पुलिसकर्मियों व पीएसी की तैनाती भी है। एटीएस की कमांडो टीम भी सक्रिय है। डीजी कानून-व्यवस्था का कहना है कि अयोध्या में रामकथा के कुछ आयोजन पूर्व से चल रहे हैं, जिनमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाहर से आए हुए हैं। मंगलवार को श्रीरामलला के दर्शन के लिए सुबह से ही राम भक्त बड़ी संख्या में पहुंचना शुरू हो गए थे।
इस बीच कुछ भ्रामक संदेश भी प्रसारित होने लगे। कई किलोमीटर तक अत्यधिक भीड़ की एक तस्वीर भी प्रसारित की गई। अयोध्या पुलिस ने किया खंडन रामलला के अस्थायी रूप से दर्शन बंद किए जाने का भ्रामक संदेश दिया गया। इस पर अयोध्या पुलिस ने एक्स अकाउंट के माध्यम से उसका खंडन किया। कहा गया कि उप्र शासन व पुलिस सभी श्रद्धालुओं को सकुशल दर्शन कराने के लिए कटिबद्ध है। यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस बल की मौजूदगी में श्रद्धालुओं को दर्शन कराए जा रहे हैं। पहले दिन दोपहर तीन बजे तक लगभग तीन लाख श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए थे। देर शाम तक पांच लाख श्रद्धालुओं को सकुशल दर्शन कराए गए।
More Stories
Sikh activist Bapu Surat Singh Khalsa, fighter for Sikh prisoners, passes away at 91
Prime Minister Narendra Modi at the commissioning ceremony of INS Surat, INS Nilgiri, and INS Vaghsheer at Naval Dockyard Mumbai
20-year-old Tanu Gurjar was tragically shot dead by her father and cousin in Madhya Pradesh, despite police presence