Student’s Suicide Incident in Meerut: मेरठ में नाबालिग छात्रा के सुसाइड मामले को लेकर ब्राह्मण समाज के लोगों ने एक बैठक की। इस बैठक में छात्रा को न्याय दिलाने के लिए रणनीति तैयार की गई। बैठक के दौरान छात्रा के माता-पिता भी मौजूद थे।

Student’s Suicide Incident in Meerut: मेरठ के एक गांव में कुछ युवकों पर 11वीं कक्षा की नाबालिग छात्रा का आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने का आरोप लगा है। बदनामी के डर से नाबालिग ने सुसाइड कर लिया। इस मामले में छात्रा के परिजनों का आरोप है कि इन लड़कों ने उनकी बेटी को प्रताड़ित किया, गलत वीडियो बनाए और उन्हें वायरल कर दिया। पुलिस ने अब तक तीन युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि चौथा युवक अभी भी फरार है।
जिले में न्यूड वीडियो वायरल होने के बाद नाबालिग छात्रा की सुसाइड के मामले में आज शाम ब्राह्मण समाज लामबंद हो रहा है। रविवार को ब्राह्मण समाज की दो बड़ी बैठकों का आयोजन किया गया, जिनमें समाज की बेटी को न्याय दिलाने के लिए रणनीति तैयार की गई। बैठक में यह तय किया गया कि अगर छात्रा की सुसाइड के लिए जिम्मेदार चारों आरोपी युवक जल्द गिरफ्तार नहीं किए गए, तो समाज आंदोलन करेगा।
रविवार को मेरठ में एक स्कूल में ब्राह्मण समाज की दूसरी बैठक आयोजित की गई, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि समाज की बेटी के साथ हुए इस घिनौने अपराध के खिलाफ पूरा समाज मिलकर आवाज उठाएगा। ब्राह्मण समाज इन आरोपियों को सजा दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा। बैठक में मृतका के माता-पिता भी शामिल हुए, और समाज के लोगों ने उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि इस अपराध के सभी आरोपियों को सजा दिलाने की लड़ाई समाज द्वारा पूरी ताकत से लड़ी जाएगी।
Brahmin community meeting: सोमेंद्र तोमर के खिलाफ मुजफ्फरनगर में होगी बड़ी पंचायत
Brahmin community meeting: ब्राह्मण समाज के लोगों का आरोप है कि भाजपा विधायक डॉ. सोमेंद्र तोमर आरोपियों को बचा रहे हैं। ब्राह्मण संगठन ने एडीजी से मिलकर विधायक सोमेंद्र तोमर और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
भूमिहार संघ के अध्यक्ष मांगेराम त्यागी ने चेतावनी दी कि यदि सोमेंद्र तोमर को योगी मंत्रिमंडल से नहीं हटाया गया, तो उनके खिलाफ मुजफ्फरनगर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। ब्राह्मण संगठन का आरोप है कि ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर ने किशोरी छात्रा को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वालों को संरक्षण दिया।
इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने भी पीड़ित परिवार पर समझौते का दबाव बनाया। किशोरी आत्महत्या मामले में ब्राह्मण समाज संगठन सड़क पर उतरा और एडीजी ऑफिस पहुंचकर धरने पर बैठ गया। धरने की जानकारी मिलने पर एडीजी बाहर आए और सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया।
परिजनों ने बताया कि बेटी की आत्महत्या से वे बेसुध थे, और पुलिस ने उनसे कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराए। आरोपी पक्ष के लोगों ने बिना पोस्टमार्टम कराए शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
त्यागी ने कहा कि इस मामले में कई आरोपी हैं, जिन्हें बचाने का प्रयास किया गया। मामला तूल पकड़ने पर पुलिस ने पहले सिर्फ अंकुर कसाना को गिरफ्तार किया और दो अन्य आरोपियों को छोड़ दिया, जबकि कुल चार आरोपी थे। अब आयुष कसाना और उज्ज्वल कसाना को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।