Hathras School Murder Case: स्कूल में एक और बच्चे को मारने की कोशिश की गई थी, लेकिन वह भागने में सफल रहा। अब उस बच्चे का बयान सामने आया है, जिसमें उसने बताया कि उसका गला घोंटा गया और नाक दबाई गई।
Hathras School Murder Case: उत्तर प्रदेश के हाथरस में अंधविश्वास के चलते एक प्राइवेट स्कूल में 11 साल के बच्चे की हत्या कर दी गई। पुलिस के अनुसार, आरोपियों का मानना था कि बच्चे की ‘बलि’ देने से स्कूल की समृद्धि बढ़ेगी। अब इस मामले से जुड़े एक और पीड़ित बच्चे का बयान सामने आया है। बताया गया है कि कुछ दिन पहले इसी स्कूल में एक और ऐसी घटना हुई थी, जिसमें 8 साल के बच्चे को मारने की कोशिश की गई थी। हालांकि, वह किसी तरह बच निकला। बच्चे ने बताया कि उसका गला घोंटा गया था और नाक दबाई गई थी।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना 6 सितंबर को हुई थी। पीड़ित लड़के के परिवार को स्कूल से फोन आया, जिसमें बताया गया कि बच्चे के पेट में दर्द हो रहा है। आजतक के संवाददाता हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट के मुताबिक, फोन कॉल के बाद पीड़ित बच्चे के दादा सुरेंद्र, जो यूपी पुलिस से सेवानिवृत्त सब-इंस्पेक्टर हैं, स्कूल पहुंचे। सुरेंद्र ने बताया, “मैंने उसके गले पर निशान देखे और उसकी आंखें लाल थीं।”
बच्चे ने खुलासा किया कि स्कूल के मैनेजर के पिता भगत ने उसकी नाक और गला दबाकर उसकी जान लेने की कोशिश की थी। रिपोर्ट में बच्चे के बयान के हवाले से कहा गया, “जब वो मेरा गला घोंट रहे थे, तो वहां अफरा-तफरी मच गई और शोर होने लगा। लोगों का ध्यान उस तरफ गया और कुछ लोग अंदर आ गए। इस दौरान मैं किसी तरह भागने में सफल रहा।”
इस घटना के कुछ ही दिनों बाद यह खबर आई कि इसी स्कूल में दूसरी कक्षा के एक छात्र की हत्या कर दी गई।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, मृतक बच्चा डीएल पब्लिक स्कूल में दूसरी कक्षा का छात्र था। बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। सर्किल ऑफिसर हिमांशु माथुर ने बताया कि 23 सितंबर को मृत बच्चे के पिता कृष्ण कुशवाहा को स्कूल से फोन आया कि उनका बेटा बीमार है। जब पिता स्कूल पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि स्कूल डायरेक्टर बच्चे को अपनी गाड़ी से अस्पताल लेकर गए हैं। लेकिन पिता का आरोप है कि उन्हें अपने बेटे का शव स्कूल डायरेक्टर दिनेश बघेल की गाड़ी से मिला। इसके बाद उन्होंने पुलिस में बेटे की हत्या का मामला दर्ज कराया।
सहपऊ थाना पुलिस ने दिनेश बघेल समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के दौरान इस घटना से जुड़ी नई जानकारियां भी सामने आईं। हाथरस के एसपी निपुण अग्रवाल ने इंडिया टुडे को बताया कि अंधविश्वास के चलते बच्चे की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। आरोपियों को विश्वास था कि इससे स्कूल की समृद्धि होगी और उनका भविष्य सुरक्षित रहेगा।
पुलिस के मुताबिक, 22 सितंबर को बच्चे की हत्या स्कूल के कमरे में की गई। आरोपियों ने पहले 6 सितंबर को एक अन्य छात्र की हत्या का प्रयास किया था, जो विफल रहा। उस दिन बच्चे ने शोर मचा दिया और बच गया। मेडिकल जांच में भी पुष्टि हुई थी कि उस बच्चे का गला घोंटने की कोशिश की गई थी।
इसके बाद, आरोपियों ने योजना बदल दी। 22 सितंबर को हत्या की योजना स्कूल के बाहर ट्यूबवेल के पास की गई थी, लेकिन जब बच्चे ने जागकर शोर मचाया, तो जल्दबाजी में गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई।
जांच के दौरान पुलिस को स्कूल के पीछे ट्यूबवेल के पास पूजा का सामान मिला, जिससे तंत्र-मंत्र की प्रैक्टिस होने की पुष्टि हुई। पुलिस के अनुसार, स्कूल के लिए लिया गया कर्ज और आर्थिक समस्याएं आरोपियों के इस अंधविश्वास को बढ़ावा देने का कारण थीं।
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