
देहरादून, 8 फरवरी
ई.डी. ने धनशोधन की जांच के संबंध में बुधवार को कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री Harak Singh Rawat से जुड़े परिसरों पर छापे मारे। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि देहरादून में रावत के आवास सहित उत्तराखंड, दिल्ली और हरियाणा में कई स्थानों पर छापे मारे गए।
सूत्रों के अनुसार दून इंस्टीच्यूट ऑफ मैडीकल साइंसेज के परिसर और वीरेंद्र कंडारी और नरेंद्र के. वालिया के तौर पर पहचाने गए व्यक्ति भी इस कार्रवाई के दायरे में आए। रावत (63) ने 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़ दी थी और कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
ई.डी. की जांच Harak Singh Rawat और उनके सहयोगियों के खिलाफ 2 अलग-अलग मामलों और आरोपों से जुड़ी है, जिसमें राज्य के कॉर्बेट बाघ अभयारण्य में पेड़ों की ‘अवैध’ कटाई और निर्माण तथा नेता एवं उनके परिवार से जुड़े ट्रस्ट द्वारा संचालित एक शैक्षणिक संस्थान के लिए देहरादून जिले में भूमि’ धोखाधड़ी’ से हासिल करना शामिल है।
कौन हैं Harak Singh Rawat ?
Harak Singh Rawat को बीजेपी ने अनुशासनहीनता की वजह से पार्टी से निष्कासित करते हुए कैबिनेट मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया था, जिसके बाद साल 2022 में वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे. हरक सिंह के साथ उनकी बहू अनुकृति गुसाईं ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया था.