
प्रवासी भारतीय समुदाय के कई सदस्यों ने हाल में एशियाई नैटवर्क में शामिल हुईं एक ब्रिटिश सिख प्रस्तोता जसप्रीत कौर के कथित ‘खालिस्तान समर्थक अलगाववादी विचारों’ को लेकर चिंता व्यक्त की है और BBC से शिकायत की है।
लेखिका और शिक्षिका जसप्रीत कौर ने इस महीने की शुरुआत में ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन के ‘एशियन नैटवर्क चिल’ में काम शुरू किया।
सार्वजनिक प्रसारक में अपनी नई भूमिका की घोषणा करते हुए जसप्रीत कौर ने सोशल मीडिया पर एक बयान में कहा, ‘शांत रहने के लिए समय निकालना, चाहे आपके लिए इसका जो भी अर्थ हो, बहुत महत्वपूर्ण है।” जसप्रीत कौर के इस बयान के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर कुछ वर्ष पुरानी उनकी पोस्ट प्रवासी भारतीयों के बीच प्रसारित होने लगी।
ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन के भारतीय मूल के नए अध्यक्ष समीर शाह को संबोधित ऐसी ही एक शिकायत में कहा गया है, “मुझे आपके संज्ञान में यह तथ्य लाना चाहिए कि आपकी संस्था चरमपंथियों को ‘प्रस्तोता’ के रूप में नियुक्त कर रही है। सिख समुदाय में जसप्रीत को ‘खालिस्तानी’ के रूप में जाना जाता है। वह सोशल मीडिया में अपनी पोस्ट में खुलेआम ‘खालिस्तान हैशटैग’ करती हैं। यह हैरानी की बात है कि बी.बी.सी. ऐसे चरमपंथी विचार रखने वाले किसी व्यक्ति को काम पर रख रही है।”
ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन ने संकेत दिया कि उसके सभी प्रस्तुतकर्ता व्यक्तिगत विचारों को सार्वजनिक रूप से साझा करने के लिए जांच के अधीन हैं और शिकायतों में जिस सोशल मीडिया पोस्ट का संदर्भ दिया जा रहा है, वह जसप्रीत कौर के शो में प्रस्तोता बनने से कई वर्ष पहले की है। बी.बी.सी. के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘हम व्यक्तियों या व्यक्तिगत पोस्ट पर टिप्पणी नहीं करने जा रहे हैं। हम शिकायत की जांच करते हैं।”