छत्तीसगढ़-विभिन्न जटिल प्रक्रियाओं मंथन के बाद Chhattisgarh को मिला नया CM ,आदिवासी विष्णु देव साय होंगे नये CM,रमन सिंह ख़ेमें के माने जाते हैं साय !!
Chhattisgarh New Chief Minister: Chief Minister की रेस में अब विष्णु देव साय का नाम सबसे आगे चल रहा है. विष्णु देव साय अनुभवी आदिवासी चेहरा हैं और केंद्र में मंत्री के पद पर विराजमान भी रह चुके हैं.

Chhattisgarh में विधानसभा चुनाव 2023जीतने के बाद भारतीय जनता पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती है छत्तीसगढ़ राज्य का मुख्यमंत्री चुनना, जिसमें 8 दिन का समय लग है. ऐसे में विधायक दल का नेता चुनने के लिए भारतीय जनता पार्टी आज सुबह 11 बजे 54 विधायकों की बैठक आयोजित कर रही है. इस मीटिंग के बाद छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के नाम पर इंतज़ार खत्म होने की उम्मीद जताई जा रही है. दरअसल, 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने मुख्यमंत्री चेहरा घोषित नहीं किया था. बस मोदी के चेहरे पे चुनाव लड़ा था।
आप सब की जानकारी के लिए बता दें कि Chhattisgarh के भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अरुण साव ने पिछले दिन शनिवार को यह जानकारी दी थी कि रविवार 10 दिसंबर यानि आज बीजेपी विधायक दल की बैठक रखी गई है.भारतीय जनता पार्टी के तीनों पर्यवेक्षक- केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सर्बानंद सोनोवाल और पार्टी महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम के नेतृत्व में यह मीटिंग हो रही है. साथ मैं एक लंच रखा गया है इसमें छत्तीसगढ़ प्रभारी ओम माथुर, सह-प्रभारी नितिन नबीन और केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया भी शामिल होंगे.
Chhattisgarh New Chief Minister की रेस में इनका नाम सबसे आगे
आप के जानकारी के लिए बता दें कि Chhattisgarh New Chief Minister की रेस में फिलहाल विष्णु देव साय का नाम सबसे आगे माना जा रहा है. विष्णु देव साई अनुभवी आदिवासी चेहरा हैं और केंद्र ने मंत्री भी रह चुके हैं. इसके अलावा वो भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. जानकारों का भी यह कहना है कि अगरभारतीय जनता पार्टी तीन बार के मुख्यमंत्री रहे डॉक्टर रमन सिंह को चौथी बार नहीं चुनती है, तो फिर ओबीसी या आदिवासी चेहरे को Chief Minister बनाएगी. ऐसे में Chief Minister की रेस में विष्णु देव साय रेणुका सिंह, रामविचार नेताम और ओपी चौधरी का नाम भी आगे है.
विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजे
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने कुल 90 में से 54 सीटों पर जीत हासिल की और अगली सरकार बनाने में कामयाब हुई. वहीं, साल 2018 में 68 सीट जीने वाली कांग्रेस पार्टी को केवल 35 सीटों पर संतुष्टि करनी पड़ी. इसके अलावा, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी जीजीपी को एक सीट मिली.
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