Benjamin Netanyahu 7 अक्टूबर, 2023 की घटना की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसी कार्यक्रम के दौरान हमास हमले में मारे गए लोगों के रिश्तेदारों ने नारेबाजी की ‘Shame on you’।
इज़रायली प्रधानमंत्री Benjamin Netanyahu के भाषण के दौरान हुई नारेबाजी सुर्खियों में है, जिसके चलते कार्यक्रम को कुछ समय के लिए रोकना पड़ा। इस दौरान ‘Shame on you’, ‘मेरे पिता की हत्या कर दी गई’ जैसे नारे लगाए गए। यह सब करीब एक-दो मिनट तक चलता रहा, जबकि नेतन्याहू मंच पर खड़े होकर प्रदर्शनकारियों के शांत होने का इंतजार करते रहे। इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
Benjamin Netanyahu येरुशलम में 7 अक्टूबर, 2023 की घटना की स्मृति में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसी कार्यक्रम में हमास के हमले में मारे गए लोगों के रिश्तेदार भी मौजूद थे। इंडिया टुडे के अनुसार, नारेबाजी इन्हीं रिश्तेदारों द्वारा की गई थी। बताया गया कि यह नारेबाजी इसलिए हुई क्योंकि ये लोग नेतन्याहू के प्रशासन पर दबाव बनाना चाहते थे। उनकी मांग थी कि ग़ाज़ा में हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए सख्त कार्रवाई की जाए।
נאלץ להפסיק את הנאום: משפחות שכולות צעקו לעבר נתניהו בטקס לזכר הנרצחים בטבח@diklaaharon pic.twitter.com/8L3uJmtuZw
— כאן חדשות (@kann_news) October 27, 2024
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर को हमास के नेतृत्व में हुए हमलों में इज़रायल में लगभग 1,139 लोग मारे गए थे और 200 से अधिक लोगों को बंदी बना लिया गया था। बताया जाता है कि ग़ाज़ा में अब भी लगभग 100 लोग बंधक हैं, जबकि इज़रायली सेना का कहना है कि इनमें से 34 की मौत हो चुकी है। इस स्थिति में नेतन्याहू प्रशासन पर घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दबाव बढ़ गया है, और बंदियों के परिवार वाले सरकार से समाधान की मांग कर रहे हैं।
टाइम्स ऑफ़ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, शुरुआत में इन परिवारों को कार्यक्रम में शामिल नहीं किया जाना था, क्योंकि आयोजकों को आशंका थी कि कहीं मंच का इस्तेमाल सरकार की आलोचना के लिए न हो। हालांकि, बाद में इन्हें कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति दे दी गई।
इस बीच, इज़रायली खुफिया एजेंसी मोसाद के प्रमुख डेविड बार्निया जल्द ही कतर की राजधानी दोहा की यात्रा पर जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान बार्निया बंधकों की रिहाई पर समझौते के लिए बातचीत कर सकते हैं। इससे पहले कतर और मिस्र ने इज़रायल और हमास के बीच संघर्ष विराम के लिए मध्यस्थता की थी, ताकि दोनों के बीच बढ़ते तनाव को रोका जा सके। हालांकि, यह बातचीत अगस्त में किसी समझौते पर पहुंचे बिना ही समाप्त हो गई थी।
पिछले दो महीनों से कूटनीतिक प्रयासों में विशेष प्रगति नहीं हुई है। अमेरिका ने इसके लिए हमास को ज़िम्मेदार ठहराया है, यह कहते हुए कि हमास बातचीत के लिए तैयार नहीं है। हालांकि, चर्चाओं से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि मिस्र और कतर के मध्यस्थों ने इसके लिए इज़रायल को भी ज़िम्मेदार ठहराया है।
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