
बीएचयू में बवाल : बीएचयू परिसर में उपद्रव के मामले में 12 नामजद और 200 अज्ञात के खिलाफ लंका थाने की पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एहतियातन सिंहद्वार के पास पीएसी और पुलिस तैनात की गई है।
शनिवार की रात बीएचयू परिसर के ब्रोचा छात्रावास के पास चार पहिया वाहन की टक्कर से साइकिल सवार मजदूर की मौत हो गई थी। इस दौरान आक्रोशित छात्रों ने जमकर तोड़फोड़ की थी। विश्वविद्यालय के सह सुरक्षा अधिकारी राकेश कुमार गुप्ता की तहरीर के आधार पर शुभम शुक्ला, संजय गांधी, अनुज राय, अंकित पाल, सूरज कुमार उमराव, दुर्गेश यादव, अमिया संकेत कुमार, संभव कौशिक, अभिषेक कुमार, सुरेश कुमार पासवान, प्रत्यूष कुमार, यशवर्धन राज समेत 200 अज्ञात के खिलाफ उपद्रव, मारपीट समेत अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया।
आरोप है कि आरोपी छात्रों ने दुर्घटना के बाद अफवाह फैलाई और कहा कि दुर्घटना में मृत व्यक्ति विश्वविद्यालय का छात्र है। इसके बाद भीड़ के साथ गाड़ियों में तोड़फोड़ करते हुए सुरक्षाकर्मियों से मारपीट की गई। सिंह द्वार को बंद करने के साथ ही गेट पर जाम लगाया गया। इससे बीएचयू में इलाज कराने आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को परेशानी हुई।
इस सिलसिले में लंका इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा ने बताया कि वीडियो, सीसी कैमरे के आधार पर आरोपियों को चिह्नित किया जा रहा है।
बीएचयू में बवाल: मजदूर का शव लेकर सिंहद्वार पर धरने पर बैठे परिजन
बीएचयू परिसर में शनिवार रात एसयूवी के धक्के से मृत देवनाथपुरा (दशाश्वमेध) निवासी कृष्णचंद्र का शव लेकर परिजन रविवार अपराह्न सिंहद्वार पहुंच गए। 20 लाख रुपये मुआवजा, सरकारी आवास और नौकरी की मांग करते हुए उन्होंने वहां जाम लगा दिया। मौके पर पहुंचे एसीपी भेलूपुर डॉ. अतुल अंजान त्रिपाठी ने उच्चाधिकारियों तक बात पहुंचाने का आश्वासन दिया। इसके बाद जाम हटा। करीब घंटे भर सिंहद्वार से आवागमन प्रभावित रहा।
कृष्णचंद विश्वविद्यालय परिसर स्थित सर्वेंट क्वार्टर में मां, पत्नी और बच्चों के साथ रहता था। वह पांडेय हवेली स्थित एक रेस्टोरेंट में तंदूर बनाता था। उसका बेटा आकाश 12वीं का छात्र है। छह बेटियों में पांच की शादी हो चुकी है। सबसे छोटी बेटी 10वीं में है। कृष्णचंद्र की मां बीएचयू में पिता के निधन के बाद नौकरी करती थीं। एक साल पहले वह रिटायर हो चुकी हैं।