पद्मश्री लौटाने का पहलवान Bajrang Punia का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण है। हालांकि नियम कहते हैं कि पद्म सम्मान में वापसी जैसा कोई प्रावधान नहीं है।

Bajrang Punia चाह के भी पद्मश्री वापस नही लौटा सकते
इन्हें वापस नहीं किया जा सकता।इससे पहले भी कई विशिष्ट व्यक्तियों ने विरोधस्वरूप अपने पद्म सम्मानों को वापस करने का निर्णय किया।लेकिन पद्म सम्मान में वापसी जैसी कोई बात नहीं है। ये सम्मान गृह मंत्रालय की अनुशंसा पर राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किए जाते हैं।
आज टाइम्स ऑफ इंडिया के समाचार के अनुसार पद्म सम्मानों का रजिस्टर होता है जिसमें सम्मान मिलने वालों के कहने पर नाम हटाने का कोई प्रावधान नहीं है। पद्म सम्मान पाने वालों का नाम भारतीय गजट में प्रकाशित होता है।
यानी एक बार सम्मान मिला तो आजीवन रहता है। यहां तक कि मृत्य पश्चात भी व्यक्ति पद्म सम्मानित ही कहा जाएगा।हां। यह अवश्य है कि अगर राष्ट्रपति चाहें तो वे किसी व्यक्ति को दिए पद्म सम्मान को बाद में रद्द कर सकती हैं।
ऐसा कई बार हुआ है जब राजनीतिक या अन्य कारणों से विरोधस्वरूप पद्म सम्मान वापस करने की घोषणा हुई है। लेकिन ऐसी घोषणाएं केवल कागजों पर ही सीमित रह जाती है क्योंकि रिकॉर्ड से कभी नाम नहीं हटता। पद्म सम्मान देने से पहले व्यक्ति की पृष्ठभूमि की छानबीन होती है।
संबधित व्यक्ति की रजामंदी भी ली जाती है। आपको याद होगा कुछ ऐसे मामले भी हुए जब कुछ लोगों ने सरकार की पद्म सम्मान की पेशकश को ठुकरा दिया। लेकिन एक बार जब मिल जाता है तो हमेशा के लिए रहता है।