Ajay Jadeja Jamnagar royal family: अजय जडेजा बने बड़े राजघराने के उत्तराधिकारी - The Chandigarh News
: अजय जडेजा बने बड़े राजघराने के उत्तराधिकारी

Ajay Jadeja Jamnagar royal family: अजय जडेजा बने बड़े राजघराने के उत्तराधिकारी

Ajay Jadeja Jamnagar royal family: पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा जामनगर के राजघराने के वंशज हैं। गुजरात के जामनगर ज़िले में जाम साहब शत्रुशल्य सिंह जी ने अपने उत्तराधिकारी की घोषणा की है, जिसमें अजय जडेजा को अपना वारिस चुना गया है। अजय जडेजा के पूर्वजों का रणजी ट्रॉफ़ी और दलीप ट्रॉफ़ी से भी गहरा संबंध रहा है।

Ajay Jadeja Jamnagar royal family : अजय जडेजा बने बड़े राजघराने के उत्तराधिकारी

Ajay Jadeja Jamnagar royal family: गुजरात के जामनगर ज़िले में जाम साहब शत्रुशल्य सिंहजी ने अपने वारिस की घोषणा की है, जिसमें पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा को नवानगर के नए जाम साहेब के रूप में चुना गया है। अजय जडेजा शाही परिवार के वंशज हैं, क्योंकि उनके पिता दौलत सिंहजी जडेजा, शत्रुशल्य सिंहजी के चचेरे भाई हैं। इस प्रकार, उनका पहले से नवानगर रियासत से गहरा संबंध रहा है। इसके अलावा, उनके पूर्वजों के नाम पर रणजी ट्रॉफ़ी और दलीप ट्रॉफ़ी भी नामित की गई हैं।

जामनगर के शाही परिवार के प्रमुख शत्रुशल्य सिंहजी ने अजय जडेजा को अपने वारिस के रूप में घोषित किया है। उन्होंने इस घोषणा के दौरान कहा, “मुझे खुशी है कि अजय जडेजा नवानगर के नए जाम साहब होंगे। मुझे विश्वास है कि यह निर्णय जामनगर की जनता के लिए वरदान साबित होगा।” शत्रुशल्य सिंहजी की कोई संतान नहीं है, जिससे उन्हें अपने पसंदीदा वारिस को चुनने का अवसर मिला।

अजय जडेजा का जन्म 1971 में जामनगर में हुआ था, और वह जामनगर के शाही परिवार के वंशज हैं। शत्रुशल्य सिंहजी ने 11 अक्टूबर को देर रात एक पत्र के माध्यम से इस उत्तराधिकारी की घोषणा की। पत्र में उन्होंने लिखा, “दशहरे का त्योहार उस दिन का प्रतीक है, जब पांडव वनवास से विजयी होकर लौटे थे। इस शुभ दिन पर, मैंने अपनी दुविधा का समाधान कर लिया है। अजय जडेजा ने मेरे उत्तराधिकारी बनने का प्रस्ताव स्वीकार किया है। मुझे पूरा विश्वास है कि अजय जडेजा जामनगर के लोगों के लिए एक वरदान साबित होंगे और वे समर्पण के साथ उनकी सेवा करेंगे।”

Ajay Jadeja Jamnagar royal family : अजय जडेजा के वंशजों में क्रिकेटर KS रणजीत सिंह जी और KS दलीप सिंह जी शामिल हैं, जिनके नाम पर रणजी ट्रॉफी और दलीप ट्रॉफी का नाम रखा गया है। शत्रुशल्य सिंहजी के पिता दिग्विजय सिंह जडेजा थे, जो 33 साल तक जामसाहब रहे। दिग्विजय सिंह के चाचा रणजीत सिंहजी ने उन्हें गोद लिया था और अपना वारिस बनाया था। रणजीत सिंहजी 1907 से 1933 तक नवानगर के शासक रहे थे। शत्रुशल्य सिंह जी स्वयं भी फर्स्ट क्लास क्रिकेटर रह चुके हैं।

अजय जडेजा की उम्र 53 साल है, और उन्होंने भारत के लिए 15 टेस्ट मैच और 196 वनडे खेले हैं। वे 1992 से 2000 तक भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे, और इस दौरान वे वाइस कैप्टन भी बने। हालांकि, मैच फिक्सिंग के आरोप में उनके क्रिकेट करियर पर बैन लगा दिया गया था, जिसे 2003 में दिल्ली हाईकोर्ट ने हटा लिया, लेकिन इसके बाद वे क्रिकेट में वापसी नहीं कर पाए। वे आईपीएल में विभिन्न टीमों के मेंटर रहे हैं।