
Satha Chini Mill: लेकिन अलीगढ़ में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहाँ बंदर ने साथा चीनी मिल में 30 दिनों के भीतर 35 लाख की 11 सौ क्विंटल से अधिक चीनी खा ली। यह फर्जीवाड़ा दि किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड की ऑडिट रिपोर्ट में उजागर हुआ है।
इस मामले में प्रबंधक, लेखाधिकारी सहित छह लोगों को दोषी पाया गया है। इसकी रिपोर्ट गन्ना आयुक्त को भेजी गई है। इतनी बड़ी मात्रा में चीनी का बंदरों द्वारा खा जाना और बारिश से खराब होना एक बड़े चीनी घोटाले की ओर इशारा करता है।”
जिला लेखा परीक्षा अधिकारी, सहकारी समितियाँ और पंचायत लेखा परीक्षा ने हाल ही में दि किसान सहकारी चीनी मिल लिमिटेड का ऑडिट किया। इसके तहत साथा चीनी मिल के 31 मार्च 2024 तक के अंतिम स्टॉक का भौतिक सत्यापन किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक एक अप्रैल से अक्टूबर 2023 तक चीनी के स्टॉक का मिलान होता पाया गया। इसके बाद फरवरी-2024 में चीनी का स्टॉक 1538.37 कुंतल था।
जो कि अगले माह यानि मार्च में घटकर 401.37 कुंतल रह गया। ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार 1137 कुंतल सफेद चीनी बंदरों और बारिश के द्वारा खराब होना दर्शाया गया। इतना ही नहीं मार्च माह का शेष दर्शित स्टॉक भौतिक सत्यापन के लिए मिला ही नहीं। जिसका कोई भी स्पष्ट उत्तर गोदाम कीपर के द्वारा नहीं दिया। ऑडिट रिपोर्ट में प्रबंधक, लेखाधिकारी सहित छह को दोषी पाया गया है।