रुस के मिशनरी लड़ाकों के ग्रुप ने मॉस्को की सैन्य सत्ता के खिलाफ विद्रोह का ऐलान किया,पुतिन ने वागनर ग्रुप के नेता येवगेनी प्रिगोजिन की गिरफ्तारी का आदेश दिया,

वागनर ग्रुप के नेता प्रिगोजिन ने एलान किया है कि उनके लड़ाके यूक्रेन से सीमा पारकर रूस में दाखिल हो चुके हैं. वे रोस्तोव-ओन-दोन की तरफ बढ़ रहे हैं. प्रिगोजिन के मुताबिक वे रूसी सेना को चुनौती देने के लिए लगातार आगे बढ़ने को तैयार हैं. जो भी उनके रास्ते में आएगा उसे बर्बाद कर देंगे..
सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो सामने आ रहे हैं
सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो सामने आ रहे हैं जिनमें सैनिक और टैंक शहर के भीतर घूमते दिखाई दे रहे हैं. अभी यह पता नहीं चल सका है कि टैंक और सैनिक रूसी सेना के नियंत्रण में हैं या वागनर ग्रुप के
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा
रूसी सेना ने देश के अलग-अलग इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी. रोस्तोव में लोगों को सड़कों पर निकलने से मना किया गया है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 24 जून को एक संबोधन में कहा कि बागियों को करारा जवाब दिया जाएगा.

वागनर ग्रुप के नेता येवगेनी प्रिगोझिन ने कहा
यह सैन्य तख्तापलट नहीं है, बल्कि मार्च ऑफ जस्टिस है.
येवगेनी प्रिगोझिन पिछले काफी समय से रूसी सेना के खिलाफ तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं. लेकिन 23 जून को प्रिगोझिन ने कई वीडियो और ऑडियो रिकॉर्डिंग को शेयर किया. अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इन रिकॉर्डिंग में उन्होंने आरोप लगाया कि रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने यूक्रेन में वेग्नेर ग्रुप पर रॉकेट हमले का आदेश दिया है, जहां उनके सैनिक रूसी सेना के लिए लड़ रहे हैं. प्रिगोझिन ने कहा कि वे शोइगु से इसका बदला लेंगे और रूसी सेना इसमें हस्तक्षेप न करे.
रूस की सरकारी समाचार एजेंसी DW की रिपोर्ट के मुताबिक, मॉस्को में प्रमुख जगहों पर रॉयट पुलिस और रूस के नेशनल गार्ड को तैनात कर दिया गया है. मॉस्को की सड़कों पर सेना के टैंक भी देखे गए हैं.
काउंटर टेररिज्म स्टेट ऑफ इमरजेंसी घोषित
हालात को देखते हुए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने काउंटर टेररिज्म स्टेट ऑफ इमरजेंसी घोषित कर दिया है. रूस की नेशनल एंटी टेररिज्म कमेटी ने कहा है कि मॉस्को और इसके आसपास आतंकी घटनाओं की आशंका को देखते हुए ऑपरेशन लॉन्च किया गया है. यूक्रेन से सटे वोरोनेझ शहर में इसी तरह की इमरजेंसी घोषित हुई है. इस तरह के आदेश के बाद अधिकारियों का नियंत्रण बढ़ जाता है और किसी भी नागरिक को गिरफ्तार कर सकते हैं.
राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों करीब से पूरी स्थिति को देख रहे हैं
रूस के इस संकट पर दूसरे देशों की भी नजर है. फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा है कि राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों करीब से पूरी स्थिति को देख रहे हैं. वहीं, ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि रूस हाल के दिनों का सबसे बड़ा सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है. ब्रिटेन ने कहा है कि आने वाले कुछ घंटों में, रूसी सुरक्षा बलों खासकर रूसी नेशनल गार्ड की वफादारी महत्वपूर्ण होने वाली है.
वेग्नर ग्रुप में कम से कम 50 हज़ार लड़ाके हैं. इनमें से अधिकतर सजा पाए कैदी हैं. उन्हें रूस की जेलों से रिक्रूट किया गया. मई 2023 में वेग्नर ने रूसी सेना पर पर्याप्त हथियार न देने का इल्ज़ाम लगा दिया. कहा था कि उनके पास सिर्फ 10 से 15 फीसदी गोला-बारूद बचा है. प्रिगोझिन ने इस हालात के लिए रूसी सेना को ज़िम्मेदार ठहराया. अभी हाल में, रूस के रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन में लड़ रहे ‘वॉलंटियर ग्रुप्स’ के लिए एक निर्देश जारी किया. इसके मुताबिक, वॉलंटियर फ़ोर्सेस में शामिल लड़ाकों को डिफ़ेंस मिनिस्ट्री के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन करना होगा. लेकिन प्रिगोझिन ने कॉन्ट्रैक्ट साइन करने से साफ मना कर दिया था.
रूस के इस पूरे संकट पर यूक्रेन की भी नजर
रूस के इस पूरे संकट पर यूक्रेन का भी जवाब आया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के सीनियर सलाहकार मिखाइल पोडोलेक ने कहा कि जो हो रहा है वो अभी शुरुआत है. दोनों ग्रुप में दरार साफ है. “सबकुछ ठीक है” का दावा अब काम नहीं करेगा. इसमें किसी की हार तो निश्चित होगी. या तो प्रिगोझिन की… या उनके खिलाफ लड़ने वालों की.
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