उत्तर प्रदेश आबकारी में तबादले - The Chandigarh News
उत्तर प्रदेश- आबकारी में तबादले

उत्तर प्रदेश- आबकारी में तबादले (Excise Department)

उत्तर प्रदेश- आबकारी में तबादले में कई जिलों के आबकारी अधिकारियों का गाज गिरी है. योगी सरकार ने शुक्रवार को 32 जिलों के आबकारी अधिकारियों का ताबदला कर दिया.

आबकारी में तबादले
उत्तर प्रदेश- आबकारी में तबादले: ने कई जिलों के आबकारी अधिकारियों का तबादला कर दिया है. सरकार ने शुक्रवार को 32 जिलों के आबकारी अधिकारियों का ताबदला किया. सुबोध श्रीवास्तव को डीईओ नोएडा (Noida) बनाया गया है. वहीं राकेश बहादुर सिंह को मुजफ्फरनगर की जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा प्रदीप दुबे को हरदोई में तैनात किया गया है. आप नीचे पूरी लिस्ट देख सकते हैं.

1-राकेश बहादुर सिंह -
डीईओ मुजफ्फरनगर
2-सुबोध श्रीवास्तव -
डीईओ नोएडा
3-प्रदीप दुबे-
डीईओ हरदोई
4-रविशंकर पासवान-
डीईओ सहारनपुर
5-ज्ञानेन्द्र त्रिपाठी 
डीईओ,कुशीनगर
6-अभय गंगवार 
एईसी धामपुर
7-अखिलेश सिंह -
डीईओ अंबेडकरनगर
8-अतुल कुमार श्रीवास्तव -
डीईओ गोंडा
9- नवीन सिंह -
डीईओ बागपत
10-अनूप शर्मा -
डीईओ एटा
11- पवन कुमार -
डीईओ आज़मगढ़
12-कुलदीप दिनकर -
डीईओ बाराबंकी
13 -वरुण कुमार -
डीईओ बिजनौर
14- मृत्युंजय प्रताप सिंह 
डीईओ बलरामपुर
15- आर पी वर्मा-
डीईओ महोबा
16-निरंकार नाथ पांडेय
AEC Enfrcmnt-सहारनपुर
17- राजवीर सिंह -
डीईओ खीरी
18-राजेश प्रसाद -डीईओ कौशांबी
19-संतोष कुमार -एआरसी कायमगंज डिस्टिलरी फर्रुखाबाद
20-घनश्याम मिश्र -डीईओ श्रावस्ती
21-राजेन्द्र प्रसाद -डीईओ बांदा
22-सुधीर कुमार -डीईओ फर्रुखाबाद
23-योगेन्द्र सिंह -एईसी लाइसेंस
24- एस पी पांडे -एईसी जैन डिस्टिलरी बिजनौर
25-उदय प्रकाश -डीईओ शाहजहांपुर
26-पी के गिरि -चिलवरिया जिला-बेहराइच
27- कृष्ण मोहन डीईओ हाथरस
28- बीरबल माणिक  -AEC Enf-लखनऊ
29-बजरंग बहादुर सिंह -AEC Enff-4 मेरठ
30-नरेंद्र कुमार सोनकर 
एईसी-एनएफएफ अलीगढ
31-उमेश चन्द्र पांडे 
डीईओ जौनपुर
32-राजेश त्रिपाठी -डीईओ बस्ती

उत्तर प्रदेश- आबकारी में तबादले

हर दिन 115 करोड़ की शराब-बीयर पीते हैं यूपी को लोग

बता दें कि हाल ही में आई हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के लोग हर रोज 115 करोड़ रुपये की शराब और बीयर पीते हैं. आंकड़ों के मुताबिक पूरे राज्य में शायद ही कोई ऐसा जिला है, जहां शराब और बीयर की डेली बिक्री ढाई-तीन करोड़ रुपये से कम की है. पिछले कुछ सालों के दौरान राज्य में शराब की खपत तेजी से बढ़ी है.